How to cure piles permanently at home
Baaseer kya hai (बवासीर क्या है )
बवासीर एक ऐसा बीमारी है जिसका शिकार आज हर एक व्यक्ति हो गया है यह एक पीड़ादायक बीमारी है
ये बीमारी होने का कारण किसी एक जगह पर ज्यादा देर तक बैठना या फिर कब्ज होता है | जिस व्यक्ति को कब्ज होता है उसे बैठने , लेटने और शौच करने में काफी दिक्क्त होती है | बबासीर में मलाशय के आसपास नसों में सूजन आ जाती है जिसके कारण
बवासीर में असहनीय दर्द होता है | आयुर्वेद में
बवासीर के समस्या के कई इलाज बताए गए है | कुछ ऐसे घरेलु उपाय है जिसके द्वारा
बवासीर के दर्द और रोग को ठीक किया जा सकता है |
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बवासीर के प्रकार
बवासीर के दो प्रकार होते है
१ ) खुनी बवासीर :- खुनी बवासीर में मस्से सूरख होते है जिसके कारण खून निकलता है |
२) वादी बवासीर :- वादी बवासीर में मस्से काळा होता है |
Bavasir ka ilaj बवासीर का इलाज
१) सेंधा नमक और गिलीसरीन से
बवासीर को ठीक करने का एक घरेलू उपाय है सेंधा नमक दो चम्मच ले और उसमे गिलीसरीन दो चम्मच मिलाये | इस मिश्रण को साफ मेडिकेटेट पट्टी में लगाए और दर्द वाली जगह पर रख ले | इस पट्टी को उस जगह पैर १५ से २० मिंट तक रहने दे और फिर निकल दे |
बवासीर में अगर ज्यादा दर्द है तो आप इस मिश्रण को ४ -५ घंटे में फिर से लगा सकते है | इस उपाय से आपका बवासीर बिलकुल ख़त्म हो जायगा |
२ ) एलोवेरा जेल से
एलोवेरा में दर्द और सूजन को कम करने के गुण होते है इसलिय बवासीर के मस्से पर आप एलोवेरा जेल लगा सकते है | यह धयान दे की सुध एलोवेरा जेल का ही प्रयोग करे गुदाद्वार एक संवेदनशील भाग है ऐसा न हो की एलोवेरा जेल में अन्य चीजे भी मिलाए गए हो इसलिय सुध एलोवेरा जेल का ही उपयोग करे | एलोवेरा जेल दर्द से राहत दिलाएगा और ठंडकक पहुचीगा |
३) इस्फ़गोल की भूसी
इस्फ़गोल की भूसी की भूसी में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है इसलिय यह मल को मुलायम बनता है | जिससे बवासीर के कारण होने वाले दर्द कम होते है | इस्फ़गोल की भूसी का प्रयोग करने से पेट भी साफ रहता है और मस्सा ज्यादा दर्द भी नहीं करता|
२ चम्मच इस्फ़गोल की भूसी को पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है ये धयान दे की ज्यादा मात्रा में न ले क्योकि इससे पेट दर्द और गैस की भी समस्या हो सकती है | इस्फ़गोल की भूसी काने के बाद आपको पानी भी काफी मात्रा में पिनी होगी |
४) छाछ का प्रयोग
बवासीर के मस्से को दूर करने के लिए मट्ठा बहुत फायदे मंद होता है | दो लीटर छाछ ले और उसमे ५० ग्राम भुना हुआ जीरा पीस कर मिला ले और नमक स्वाद अनुसार ले | प्यास लगने पर पानी के अस्थान पर इसे पिय |
चार दिन तक यैसा करने से मस्से ठीक हो जायेगे | दही खाने से बवासीर की सम्भावना कम होती है और बवासीर में फायदा भी होता है |
५) बर्फ की सिकाई
बर्फ की सिकाई द्वारा बवासीर में तुरंत राहत मिलती है इसके लिए बर्फ का एक टुकड़ा ले और दर्द वाली जगह पैर थोड़ी देर दबाकर रखे बर्फ की ठंडक के कारण दर्द में राहत मिलेगा | दिन में ४-५ बार ऐसी तरह
बर्फ की सिकाई करने से बवासीर की मस्से की सूजन कम हो जाती है और ये ठीक होने लगती है |
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